The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
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कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
मुण्डमाल तन क्षार more info लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥